राजा विक्रमादित्य के पास बेताल लाने की कहानी इस प्रकार है:
एक तांत्रिक ने राजा विक्रमादित्य से कहा कि उसे एक विशेष यज्ञ पूरा करने के लिए बेताल नामक प्रेत की आवश्यकता है। बेताल एक पेड़ पर उल्टा लटका रहता था और बहुत चालाक था। राजा विक्रमादित्य, अपनी साहस और कर्तव्य भावना के कारण, बेताल को लाने के लिए तैयार हुए।
हर बार जब राजा बेताल को पकड़ते और ले जाते, बेताल उन्हें एक पहेली भरी कहानी सुनाता। यदि राजा सही उत्तर देते, तो बेताल पेड़ पर लौट जाता। राजा की दृढ़ता और बुद्धिमत्ता ने अंततः बेताल को प्रभावित किया, और उसने तांत्रिक की साजिश का खुलासा किया, जिससे राजा ने अपनी और राज्य की रक्षा की।
इस प्रकार बेताल राजा विक्रमादित्य के पास आया और उनकी कहानियां प्रसिद्ध हुईं।, Close encounter between a king and a creature in a mystical forest. The king holds a staff, displaying courage. The creature appears fierce and menacing. The setting is lush with trees, conveying a magical atmosphere